October 14, 2025

भोपाल में सीएम के साथ होगी उज्जैन के संतो की बैठक

उच्चशिक्षा मंत्री और कलेक्टर ने बताई शिप्रा शुद्धीकरण की कार्ययोजना, संतो का धरना स्थगित हुआ समाप्त नहीं

उज्जैन। दत्त अखाड़ा घाट पर पिछले गुरूवार से धरना दे रहे षटदर्शन संत समाज के साधु-संतो का धरना आंदोलन पांचवे दिन स्थगित कर दिया गया है। सोमवार को राज्यशासन के प्रतिनिधि के रूप में उच्च शिक्षा मंत्री डा. मोहन यादव और कलेक्टर आशीष सिंह ने शिप्रा शुद्धीकरण के लिए राज्यशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासो की जानकारी संतजनों को दी। इसके अलावा यह भी तय किया गया है कि अगले कुछ दिनों में भोपाल में उज्जैन के साधु-संतो के प्रतिनिधि मंडल के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की वार्ता भी होगी। इस वार्ता में संतो द्वारा सुझाए जाने वाले उपायो को राज्यशासन अपनी शिप्रा शुद्धीकरण की कार्ययोजना में शामिल करेंगे।

नारियल पानी पिलाकर कलेक्टर ने तुड़वाया अनशन।
दत्त अखाड़ा पर चल रहा है संतों के धरने के बीच पहुंचे मंत्री व कलेक्टर।

दत्त अखाड़ा के गादीपति पीर श्री सुंदरपुरी जी महाराज, महंत डा. रामेश्वरदास जी, महंत श्री भगवानदास जी महाराज ने संयुक्त रूप से बताया कि उच्चशिक्षा मंत्री डा. मोहन यादव ने षटदर्शन संत मंडल के सदस्य साधु-संतो को राज्यशासन की ओर से आश्वस्त किया है कि इंदौर से आने वाले प्रदूषित जल को शिप्रा नदी के जल में मिलने से रोकने के उपाय तत्काल आरंभ कर दिए जाएंगे। उच्चशिक्षा मंत्री डा. यादव ने संतो को बताया है कि कान्ह नदी का गंदा पानी शिप्रा में मिलने से रोकने के लिए त्रिवेणी के पहले पक्का बांध बनाने की स्वीकृति एक महीने में ही हो जाएगी। इसके अलावा कान्ह के जरिए आने वाले प्रदूषित पानी को डायवर्ट करने की कार्ययोजना तैयार करने के लिए राज्यशासन के स्तर पर भी जल्द ही आदेश जारी हो जाएंगे। जलसंसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने भी षटदर्शन संत मंडल के वरिष्ठ सदस्य महंत डा. रामेश्वरदास से फोन पर बात कर उन्हें आश्वस्त किया कि राज्यशासन शिप्रा नदी के जल को स्वच्छ व निर्मल बनाए रखने के प्रति गंभीर है। मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में उच्चशिक्षा मंत्री डा. मोहन यादव द्वारा कही गई बातों पर विश्वास कर संतजनों ने धरना आंदोलन स्थगित करने का निर्णय लिया।

इन संतों का प्रयास रंग लाया

षट्दर्शन संत मंडल के प्रमुख सदस्य व 13 अखाड़ो के महंतो सहित महामंडलेश्वर स्वामी श्री नारदानंद जी सिद्ध आश्रम, महंत श्री मुनिशरण दास जी रामानंद आश्रम, रामानुज कोट पीठाधीश्वर रंगनाथाचार्य जी आदी संतजनों ने संयुक्त रूप से निर्णय लिया है कि शिप्रा शुद्धीकरण के लिए किया जा रहा संतो का संघर्ष जारी रहेगा। इसे फिलहाल स्थगित किया गया है, समाप्त नहीं। राज्यशासन के प्रतिनिधियों ने शिप्रा शुद्धीकरण के कार्य आरंभ करने के लिए 31 दिसंबर तक की समय सीमा मांगी है, इस अवधि तक यदि काम शुरू नहीं करेंगे तो सभी संत फिर से आंदोलन की राह पर होंगे। आंदोलन में विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के पदाधिकारी भी शामिल रहे।

नारियल पानी पिलाकर तुड़ाया अनशन

शिप्रा शुद्धिकरण को लेकर 27 दिनों से अन्य त्याग कर अनशन कर रहे महामंडलेश्वर ज्ञानदास जी महाराज का अनशन कलेक्टर ने नारियल पानी पिलाकर खत्म करवाया।