October 14, 2025

दिल्ली जंतर मंतर से दहाड़े डॉ अवधेशपुरी महाराज कहा जब महाकाल मंदिर सरकारी तो ख्वाजा साहब की दरगाह क्यों नहीं ?

सरकार हिंदुओं के मौलिक अधिकारों से खिलवाड़ कर रही
उज्जैन। दिल्ली जंतर मंतर से मठ मंदिर मुक्ति आंदोलन की शुरुआत करते हुए उज्जैन के क्रांतिकारी संत डॉ. अवधेशपुरी जी महाराज ने कहा कि भारत की स्वतंत्रता के बाद देश के धार्मिक जगत के साथ छलावा किया गया है । जब महाकाल मंदिर और काशी विश्वनाथ मंदिर सरकारी है तो फिर मस्जिदें और अजमेर शरीफ दरगाह सरकरी नियंत्रण में क्यों नहीं ? जब सरकार हर साल मंदिरों से एक लाख करोड़ रुपए लेती है तो मस्जिदों से क्यों नहीं लेती ? जब देश में लाखों मंदिर सरकारी हैं तो एक भी मस्जिद , गिरजाघर क्यों नहीं ? एक संविधान में दो कानून नहीं हो सकते। वास्तव में यह हमें भारतीय संविधान द्वारा दिए गए मूल अधिकार समानता का अधिकार एवं धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार के साथ खिलवाड़ है। हिंदू इसे कदापि स्वीकार नहीं करेंगे । अब हिंदुओं को जागृत तथा संगठित होने की आवश्यकता है ।

महाराज जी ने मंच से कहा ” नहीं हैं मठ मंदिर सरकारी ! इनके रक्षक संत पुजारी !! एवं ” मठ मंदिर का दो अधिकार ! चाहे जो भी हो सरकार !! जैसे जय घोष लगाकर वातावरण को गुंजायमान कर दिया। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार मठ मंदिरों को सरकार के अधीन लेने के लिए नया विधेयक लाने की तैयारी में है। जिसका पूरे देश में साधु-संतों के पुजारियों द्वारा विरोध किया जा रहा है। इस अवसर पर श्री विनय सिंह , मंटू कुमार शर्मा , आकाश कुमार शर्मा , शेखर सुमन आदि सहित बड़ी संख्या में संत एवं हिंदूवादी कार्यकर्ता उपस्थित थे ।

जानिए डॉ. अवधेश पुरी महाराज क्या बोले