दत्त अखाड़ा पर बैठक कर बनाई रणनीति, करोड़ों खर्च लेकिन शिप्रा के हाल जस के तस
उज्जैन। उज्जैन की जीवनरेखा पुण्यसलिला मां शिप्रा नदी में मिल रहे गंदे नालों और बढ़ते प्रदूषण को लेकर उज्जैन का सन्त समाज आक्रोशित हो उठा है। दत्त अखाड़ा पर उज्जैन के सन्त समाज ने बैठक कर प्रशासन को चेताया और कहा की जिस प्रकार से करोड़ों के कार्य स्मार्ट सिटी के अंतर्गत हो रहे हैं ऐसे में शिप्रा नदी के संरक्षण एवं उसे प्रदूषण रहित करने के लिए भी कार्य हो। बुधवार को दत्त आखडे में गादीपति पीर सुंदरपुरी महाराज की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन हुआ जिसमें षड्दर्शन साधु मंडल ,अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद से जुड़े संत महंत मौजूद रहे और उन्होंने एकजुटता के साथ शिप्रा को प्रदूषण मुक्त करने के आंदोलन में भाग लेने का संकल्प लिया। बैठक में मौजूद महंत डॉ रामेश्वर दास, श्री महन्त आनंदपुरी महाराज ,महन्त भगवान दास महाराज सहित अखाड़ों के साधु संत मौजूद थे। गुरुवार से साधु संत शिप्रा घाट पर अपना आंदोलन आरंभ करें और शासन प्रशासन का ध्यान शिप्रा की दुर्दशा की ओर खीचेंगे।


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