कुलपति के खिलाफ कांग्रेस का अनोखा विरोध प्रदर्शन, भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर भाजपा सरकार और संगठन के लिए सद्बुद्धि की मांग
उज्जैन। हमेशा विवादों में रहने वाली विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ कांग्रेस के नेताओं ने नया विरोध प्रदर्शन शुरु किया। श्रावण माह के पहले सोमवार को भगवान शिव को जल अर्पित कर प्रार्थना पत्र सौंपा है। इसमें विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अखिलेश कुमार पाण्डे कार्यकाल में सामने आ रही प्रशासनिक और वित्तीय अनियमिताताओं के प्रमाणित होने के बाद धारा 52 लगाने की मांग की। बता दे कि धारा 52 के तहत राज्य शासन कुलपति पर कार्रवाई करती है। इस प्रार्थना पत्र में भाजपा नेता और संगठन पर कुलपति को सरंक्षण देने का आरोप लगाते हुए उन्हे भी सद्बुद्धि प्रदान करने की मांग की। श्रावण मास के पहले सोमवार को यह प्रार्थना पत्र भागसीपुरा स्थित श्री राजराजेश्वर महादेव मंदिर पर अर्पित किया गया। अवंतिका नगरी में श्री महाकालेश्वर ज्योर्तिलिंग के साथ ही 84 महादेव स्थापित है। श्रावण मास में इन सभी 84 महादेव के दर्शन करने की धार्मिक परंपरा है। अब इस धार्मिक परंपरा के साथ बाबा से राजनीतिक प्रार्थना भी की गई।
*कई जांच जारी है विवि प्रशासन की*
विवि प्रशासन की कई जांच शासन स्तर पर जारी है। इन्ही जांच का हवाला देकर धारा 52 लगाए जाने की मांग उठ रही है। सोमवार को भागसीपुरा में स्थित श्री राजराजेश्वर महादेव मंदिर पर कांग्रेस के सूचना का अधिकार प्रकोष्ठ के कृष्ण यादव ने शहर कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदौरिया, पार्षद माया राजेश त्रिवेदी के मार्गदर्शन में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान ललित मीणा, वरूण शर्मा, लक्ष्मीनारायण यादव, अन्तर सिंह चौधरी, सोनिया ठाकुर, मनोज ठाकुर, हर्ष जैन, कृष्णा कौशिश, आदि ठाकुर नितिन जोशी, भरत पंड्या आदि उपस्थित रहे।
*विवि अधिकारियों पर दर्ज हो चुकी है एफआईआर*
विक्रम विश्वविद्यालय में पीएचडी परीक्षा में धांधली के चलते कुलसचिव, उपकुलसचिव सहित तीन प्रोफेसर पर लोकायुक्त ने एफआईआर दर्ज की। इस प्रकरण में कुलपति की जांच भी जारी है। इसी के साथ कुलपति के कार्यकाल में खरीदी, नियुक्ति, निर्माण, परीक्षा, गोपनीय और राजनीतिक गुटबाजी से कई विवाद भी सामने आ चुके है।
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