होटल कर्मचारी के खाते से 5 करोड़ के लेनदेन के मामले से जुड़े रिश्वतखोरी के तार, कई बार लगे हैं रिश्वतखोरी के आरोप, महिला अधिकारी होने से कई बार चतुराई से बच निकली
उज्जैन। होटल पर काम करने वाले कर्मचारी को बरगला कर उसके बैंक खाता मैं 5 करोड़ के ट्रांजैक्शन करने के मामले में सीएसपी पल्लवी शुक्ला को अपना रुतबा गंवाना पड़ा। दरअसल इस प्रकरण से जुड़े आरोपियों को बचाने के नाम पर उन्होंने ₹500000 की रिश्वत की मांग कर डाली थी। शिकायत के बाद प्रारंभिक तौर पर आरोपों की पुष्टि होने पर कोतवाली क्षेत्र सीएसपी पल्लवी शुक्ला को तत्काल प्रभाव से पुलिस मुख्यालय अटैच कर दिया गया। यूं तो उन पर पहले भी रिश्वतखोरी के आरोप लगे हैं लेकिन महिला अधिकारी होने चतुराई से वे कई बार बच निकली।
बता दे कि तेलीवाड़ा स्थित चाय की होटल पर काम करने वाले युवक को नौकरी का झांसा देकर 4 बैंकों में खाते खुलाने के बाद 5 करोड़ का ट्रांजेक्शन करने के मामले में माधव नगर पुलिस ने भोला के बाद एक और आरोपी मांगीलाल को हिरासत में लिया है। माधव नगर पुलिस ने केस दर्ज होने के बाद भोला निवासी इंदौर को गिरफ्तार किया। उसने पुलिस को बताया कि मैं स्वयं धोखाधड़ी का शिकार हुआ हूं। सौरभ गुप्ता ने मेरा उपयोग किया। राहुल मालवीय ने बैंक से 23 लाख रुपये निकाले तो सौरभ के साथ उज्जैन जरूर आया था लेकिन सौरभ द्वारा करोड़ों का लेनदेन कहां से किया इसकी जानकारी नहीं। इसके बाद पुलिस ने मांगीलाल को पकड़ा।
बताया जा रहा था कि मांगीलाल कोटक बैंक का कर्मचारी है। पुलिस गिरफ्त में आने के बाद मांगीलाल ने पुलिस को बताया कि वह बंगलों में खाना बनाने का काम करता है और भोला का दोस्त है। भोला के साथ उज्जैन जरूर आया था, लेकिन सौरभ गुप्ता को नहीं जानता न ही सौरभ ने उसके बैंक खाते खुलवाये।
अब पुलिस द्वारा मांगीलाल की भूमिका की जांच कर रही है। इधर कोतवाली पुलिस ने वरूण नामक युवक को हिरासत में लिया है जबकि कोतवाली सीएसपी से राहुल मालवीय को मिलवाने वाले सुनील बैरागी निवासी बहादुरगंज की तलाश जारी है। वरूण का कहना है कि मेरा सुनील बैरागी की पत्नी से राखी धागे के संबंध हैं। सुनील कहता था कि मैं पुलिस के साथ काम करता हूं। सुनील बैरागी के बारे में अधिक जानकारी नहीं है, जबकि सुनील बैरागी पत्नी व बच्चों के साथ घर पर ताला लगाकर भाग चुका है।
मामला एक, जांच अनेक…
राहुल मालवीय निवासी पदमावती नगर कानीपुरा रोड़ से जयप्रकाश नामक व्यक्ति ने तेलीवाड़ा स्थित होटल पर मुलाकात कर 15 हजाररुपये प्रतिमाह कमाने का लालच देकर 4 बैंकों में खाते खुलवाये। जयप्रकाश ने इंदौर में रहने वाले सौरभ गुप्ता से मिलवाया। उसने फेसबुक पर वीडियो अपलोड करना सिखाया। बैंक खातों की पासबुक, एटीएम आदि अपने पास रख लिये। सौरभ गुप्ता ने राहुल के बैंक खातों से 4-5 माह में 5 करोड़ का ट्रांजेक्शन किया।
इसका पता चलने पर राहुल ने खाते से 23 लाख रुपये निकाले और पदमावती नगर में 14 लाख का मकान खरीदकर अपनी मां के नाम कराया। रुपये निकालने की जानकारी सौरभ गुप्ता को लगी तो उसने माधव नगर थाने के आरक्षक केशव रजक की मदद से राहुल को घर से उठवाया। थाने में बंद कर मकान अपने नाम कराया व राहुल से मारपीट की।
सीएसपी पर ये आरोप, एएसपी कर रहे जांच
इस मामले में राहुल ने कोतवाली सीएसपी शुक्ला पर 5 लाख रुपये मांगने का आरोप लगाया। मामले में माधव नगर, कोतवाली थाने में केस दर्ज हुए वहीं पुलिस पर लगे आरोपों की जांच एएसपी द्वारा शुरू की गई है। इधर मामले में एएसपी आकाश भूरिया ने कहा कि कोतवाली सीएसपी पल्लवी शुक्ला पर राहुल द्वारा 5 लाख रुपये मांगने के आरोप सहित माधव नगर थाने के आरक्षक व अन्य पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच कर रहे हैं। फिलहाल कुछ भी नहीं कह सकते। जांच पूरी होने के बाद ही निष्कर्ष पर पहुंच पायेंगे।
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