April 14, 2025

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘श्री महाकाल लोक’ का लोकार्पण कर विश्व को समर्पित किया, शिवमय हुआ पूरा वातावरण, देशभर के शीर्षस्थ साधु संत भी हुए शामिल

उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग श्री महाकालेश्वर मन्दिर में मंगलवार को ‘श्री महाकाल लोक’ का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकार्पण कर राष्ट्र को समर्पित किया। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा रिमोट का बटन दबाते ही रंगीन कलावे (रक्षा सूत्र) निर्मित शिव लिंग के रूप में भगवान महाकाल मानों स्वयं प्रकट हो गये। साथ ही पूरा वातावरण शिवमय हो गया। प्रधानमंत्री मोदी ने ‘श्री महाकाल लोक’ का भ्रमण कर निर्मित कलाकृतियों को देखा। प्रधानमंत्री ने लोकार्पण के पूर्व श्री महाकाल लोक में उपस्थित साधु-सन्तों का अभिवादन किया। आयोजित धर्मसभा में पीएम ने कहा कि बाबा महाकाल बुलाएं और बेटा ना आएं ऐसा कैसे हो सकता है। उन्होंने रुद्राक्ष की माला हाथ में लिए 10 मिनट तक गर्भगृह में ध्यान भी लगाया।

प्रधानमंत्री मोदी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्री महाकाल लोक में निर्मित भित्ति चित्रों, स्तंभों एवं प्रतिमाओं में वर्णित शिव लीलाओं के सम्बन्ध में विवरण दिया। इस दौरान राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल भी उपस्थित थे। मोदी ने श्री महाकाल लोक में भगवान श्री शंकर की ध्यानस्थ प्रतिमा, सप्तर्षि मंडल आदि का अवलोकन किया। इसके बाद उन्होंने बैटरी चलित वाहन में बैठ कर 900 मीटर लम्बे ‘श्री महाकाल लोक’ परिसर में निर्मित कलाकृतियाँ देखी। लोकार्पण समारोह में देशभर के शीर्षस्थ साधु महात्मा एवं प्रमुख 13 अखाड़ों के पदाधिकारी गण मौजूद रहे।

700 कलाकारों ने दी मनभावन प्रस्तुतियां

भारत के विभिन्न हिस्सों से आये लगभग 700 कलाकारों ने अपने नृत्य, गीत और अभिनय से भगवान शिव की लीलाओं की प्रस्तुति दी। विप्र समूह ने समवेत स्वरों में सस्वर वेद मंत्रों का पाठ किया। भगवान शंकर की लीलाओं की कलाकृतियों, वैदिक मंत्रोच्चार, कलाकारों की भावपूर्ण प्रस्तुतियों के बीच श्री महाकाल लोक जीवंत हो उठा। भारत सहित दुनिया के 40 देश इस आध्यात्मिक, अलौकिक, अद्वितीय एवं अदभुत अनुभूति के साक्षी बने।

मुख्यमंत्री की परिकल्पना हुई साकार

राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में सिंहस्थ-2016 में उज्जैन में विश्व स्तरीय अधो-संरचना का विकास किया गया। बनारस कॉरिडोर की तर्ज पर अब ‘श्री महाकाल लोक’ बनाया गया है। योजना के प्रथम चरण में भगवान श्री महाकालेश्वर के आँगन में छोटे और बड़े रूद्र सागर, हरसिद्धि मन्दिर, चारधाम मन्दिर, विक्रम टीला आदि का विकास किया गया है।

500 मीटर की म्यूरल बॉल 108 शिव स्तंभ

लोकार्पित प्रथम चरण में 350 करोड़ से महाकाल प्लाजा, महाकाल कॉरिडोर, मिड-वे झोन, महाकाल थीम पार्क, घाट एवं डेक एरिया, नूतन स्कूल कॉम्पलेक्स, गणेश स्कूल कॉम्पलेक्स का कार्य पूर्ण हो चुका है। महाकाल कॉरिडोर के प्रथम घटक में पैदल चलने के लिये उपयुक्त 200 मीटर लम्बा मार्ग बनाया गया है। इसमें 25 फीट ऊँची एवं 500 मीटर लम्बी म्युरल वाल बनाई गई है। साथ ही 108 शिव स्तंभ, शिव की वीर मुद्राओं सहित प्रतिमाएं निर्मित हो चुकी हैं, जो अलग ही छटा बिखेर रही हैं। लोटस पोंड, ओपन एरिया थिएटर तथा लेक फ्रंट एरिया, ई-रिक्शा एवं आकस्मिक वाहनों के लिये मार्ग भी बनाये गये हैं। बड़े रूद्र सागर की झील में स्वच्छ पानी भरा गया है।

प्रोजेक्ट के दूसरे चरण में यह होंगे काम

श्री महाकाल लोक के दूसरे चरण में महाराजवाड़ा परिसर का विकास किया जायेगा, जिसमें ऐतिहासिक महाराजवाड़ा भवन का हैरिटेज के रूप में पुन: उपयोग, कुंभ संग्रहालय के रूप में पुराने अवशेषों का समावेश कर महाकाल मन्दिर परिसर से एकीकरण किया जायेगा। दूसरे चरण के कार्य 2023-24 तक पूर्ण करने का टारगेट है।

देश के यह प्रमुख साधु महात्मा हुए शामिल

समारोह में जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी महाराज, निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर कैलाश आनंद गिरि महाराज, आनंद अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी महाराज, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी महाराज अध्यक्ष मां मनसा देवी ट्रस्ट हरिद्वार, अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरी गिरी जी महाराज ,परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के प्रमुख स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज, अयोध्या के धर्मदास महाराज, जगतगुरु शंकराचार्य श्री वासुदेवानंद सरस्वती महाराज।,आचार्य महामंडलेश्वर विशोका नंद भारती महाराज, युगपुरुष स्वामी परमानंद गिरि महाराज। श्रीमहंत नारायण गिरि जी महाराज अन्तर्राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़ा, प्रसिद्ध प्रवचन कार संत सुधांशू महाराज,मोन तीर्थ गंगा घाट उज्जैन के प्रमुख सन्त सुमन भाई जी,बालयोगी उमेशनाथ जी महाराज,जूना अखाड़े के सचिव महेश पूरी महाराज,श्रीमहन्त शेलेन्द्र गिरी महाराज,अग्नि आखाड़े के सचिव श्री महंत सोमेश्वरानन्द जी महाराज, महामंडलेश्वर आचार्य शेखर महाराज, क्रांतिकारी संत डॉ. अवधेश पुरी महाराज, राम कथा व्यास पंडित सुलभ शांतू गुरु आदि शामिल रहे। इस दौरान गाजियाबाद श्री दुधेश्वरनाथ मंदिर के पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायणगिरि जी महाराज ने बताया कि महाकाल लोक फेज-1 के उद्घाटन के बाद यहां भव्य नजारा नजर आया है। अब यहां आने वाले भक्तो को मंदिर की भव्यता का एक अलग ही आनंद मिलेगा।