January 21, 2025

व्यक्तिगत द्वेष के चलते पुजारी प्रतिनिधि ने लगाएं बेबुनियाद आरोप, केवल आश्रम कक्ष में रूकवाने की सेवा दक्षिणा ली थी

उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती दर्शन व जलाभिषेक कराने के नाम पर राशि लिए जाने के आरोपों को हरियाणा सेवा आश्रम नरसिंह घाट के महंत कृष्णागिरी महाराज ने उनके खिलाफ एक षड्यंत्र बताते हुए सभी आरोपों को निराधार करार दिया है। उन्होंने कहा कि जयपुर के एक श्रद्धालु अनमोल शर्मा किसी परिचित के माध्यम से आश्रम में रुकने आए थे। केवल उनसे आश्रम के कमरे में ठहरने की सेवा दक्षिणा ली गई। सब कुछ सामान्य तौर पर हुआ लेकिन अनावश्यक रूप से कतिपय लोगों ने इससे हवा दे दी और मुझ पर बेबुनियाद आरोप मढ़ दिए। इस मामले में मंदिर के पुजारी प्रतिनिधि व खुद को अभा पुजारी महासंघ का अध्यक्ष बताने वाले महेश पुजारी ने मेरी छवि खराब करने के लिए मीडिया में अनर्गल बयान जारी कर दिया। मैं साफ शब्दों में कहना चाहता हूं कि महेश पुजारी अपनी मर्यादा में रहकर काम करें, अन्यथा परिणाम ठीक नहीं होंगे। श्री महाकालेश्वर मंदिर में वे केवल पुजारी प्रतिनिधि है कोई मालिक नहीं है। साधु संतों को भी मंदिर में पूजन अभिषेक का समान अधिकार है।
ये हे पूरा मामला
महंत कृष्णागिरी ने कहा कि जयपुर के श्रद्धालु से उनकी कोई अनबन नहीं हुई। जयपुर के उक्त श्रद्धालुओं को महाकालेश्वर मंदिर के ही एक पुजारी प्रतिनिधि द्वारा आश्रम में रुकने के लिए भेजा गया था। भस्मारती दर्शन व जलाभिषेक के संबंध में क्या हुआ मुझे कोई जानकारी नहीं है।
महेश पुजारी जैसे कुछ स्थानीय लोग अनावश्यक इस मामले को तूल देकर मेरी छवि खराब करने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति व मंदिर के स्टाफ कर्मचारी हमेशा ही साधु संतों का सम्मान करते हैं एवं हमेशा आदर देते हैं।