October 14, 2025

ग्रीन बिल्डिंग कांसेप्ट पर बना विद्या भारती का प्रांत कार्यालय, आरएसएस प्रमुख करेंगे लोकार्पण

उज्जैन। विद्याभारती मालवा के प्रांतीय कार्यालय एवं प्रशिक्षण केन्द्र का नया भवन ग्रीन बिल्डिंग कॉन्सेप्ट पर तैयार हुआ है। चिंतामणि गणेश मंदिर मार्ग स्थित महेश्वर के किले आकृति वाले इस भवन का लोकार्पण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत जी एवं रामकृष्ण राव जी (अखिल भारतीय अध्यक्ष विद्या भारती) के करकमलो से 22 फरवरी को होगा।

इस आकृति में बना है विद्या भारती का नया भवन।
भवन में पिरामिड आकार का ध्यान केंद्र भी बना है।

सरस्वती विद्या प्रतिष्ठान मालवा के प्रांत प्रमुख पंकज पंवार ने बताया कि विद्या भारती मालवा के 207 नगरीय स्तर एवं 802 ग्रामीणस्तर के विद्यालयों में 1.75 लाख भैया-बहिन अध्ययनरत है। इसके अलावा वनवासी स्तर पर 184 वनवासी एकल संस्कार केंद्र और 206 सेवा बस्ती संस्कार केंद्र भी संचालित किए जाते हैं। जिसमें 12 हजार भैया-बहिन संस्कार पा रहे है। चितांमण गणेश मंदिर मार्ग पर बने इस प्रांतीय कार्यालय ‘‘सम्राट विक्रमादित्य भवन में विद्या भारती के चार संस्थान सरस्वती विद्या प्रतिष्ठान मालवा, ग्राम भारती षिक्षा समिति मालवा, वनवासी सेवा न्यास और माता शबरी अनुसूचित जनजाति सेवा न्यास की प्रांतीय गतिविधियों का संचालन किया जाएगा।

दावा: निजी क्षेत्र की पहली ग्रीन बिल्डिंग

दावा किया जा रहा है कि यह भवन निजी क्षेत्र की पहली ग्रीन बिल्डिंग है। चार मंजिला यह भवन ग्रीन बिल्डिंग कंसेप्ट पर आधारित है। इसका निर्माण इस तरह से किया गया है। कि दिन में बिजली जलाने और एसी चलाने की जरूरत नही होगी। बिजली के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग होगा। रेन वाटर हार्वेस्टिंग के साथ पानी के दोबारा उपयोग की व्यवस्था भी की गई है। जिससे भवन क आसपास हरियाली रहेगी।

स्मार्ट क्लासरूम के साथ ऑडिटोरियम भी

7500 वर्ग फीट भूमि पर बने इस प्रषासनिक कार्यालय में नगरीय षिक्षा, ग्रामीण षिक्षा, प्रंबध समितियों के कार्यालय के साथ प्रांत के अन्य कार्यालय भी रहेगें। यहॉ प्रषिक्षण केन्द्र का भी निर्माण किया गया हैं जिसमें 200 कार्यकर्ताओं के आवासीय प्रशिक्षण की व्यवस्था के साथ स्मार्ट क्लासरूम, टीएलएम एवं लेंग्वेज, गणित व कम्प्यूटर की प्रयोगशालाएं, अनुसंधान, 400 व्यक्ति की क्षमता का सर्वसुविधायुक्त ऑडिटोरियम बनाया गया है।

पिरामिड आकार का ध्यान केंद्र

प्रांतीय कार्यालय में विद्या भारती के साहित्य का प्रकाषन कार्यालय भंडार गृह के साथ संगठन मंत्री एवं अतिथि, अन्य प्रवासी कार्यकर्ताओं के लिए आवास की व्यवस्था होगी। समिति मीटिंग एवं कार्यकर्ता मीटिंग रूम, आईसीटी एवं मीडिया रूम, ओपन इयर थियेटर, मंदिर एवं पिरामिड आकार का ध्यान केंद्र रखा गया है। इसके निर्माण में महेश्वर किले की शैली का उपयोग किया गया है।