April 16, 2025

चाइना डोर बेचने वाले अब्दुल जब्बार का मकान ध्वस्त, छात्रा की मौत के बाद उज्जैन में प्रशासन की बड़ी कार्रवाई

महाकाल मार्ग उपकेश्वर चौराहा के अवैध मकान पर चला प्रशासन का बुलडोजर, और भी कई ऐसे पतंग कारोबारी पर प्रशासन की टेढ़ी नजर

उज्जैन। उज्जैन में चाइना डोर से गला कटने के कारण हुई छात्रा की मौत के बाद प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। महाकाल मार्ग उपकेश्वर चौराहा स्थित चाइना मंझा बेचने वाले चुलबुल पतंग सेंटर के संचालक अब्दुल जब्बार का अवैध मकान प्रशासन ने जमींदोज कर दिया। भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में नगर निगम अमले ने जेसीबी व हथोड़ा चला कर मकान को तोड़ा। उज्जैन में इस तरह की यह पहली बड़ी कार्रवाई है। प्रशासन के प्रतिबंध व धारा 144 लागू करने के बाद भी शहर के कई पतंग व्यापारी प्रतिबंधित चाइना डोर चोरी छुपे बेचते हैं जो बाद में हादसों का सबब बनती है।

मुकेश्वर चौराहा के समीप अवैध मकान ध्वस्त कर दी जेसीबी।
कारवाई दौरान भारी पुलिस फोर्स मौजूद रहा।
मकान पर हथोड़ा चलाते निगम कर्मी।
यथा अब्दुल जब्बार का मकान।

शनिवार को जीरो पॉइंट ब्रिज पर दो पहिया वाहन से गुजरने दौरान चाइना डोर की वजह से गला कटने से जगोटी निवासी छात्रा नेहा आंजना की मौत हो गई थी। वह अपनी सहेली के साथ जा रही थी इसी दौरान यह हादसा हुआ। इसके बाद दूसरे दिन प्रशासन अलर्ट हुआ और चाइना डोर बेचने वाले अब्दुल जब्बार के मकान को ध्वस्त किया साथ ही अन्य लोगों को भी चेतावनी दी कि यदि वे नहीं माने तो उनके साथ भी यही सलूक होगा। निगम रिमूवल गैंग के प्रभारी गोपाल बोयत के अनुसार पुलिस व प्रशासन की टीम के साथ संबंधित के अवैध निर्माण को ध्वस्त किया है। और भी ऐसे जिन लोगों की सूची मिलेगी वहां भी इस तरह की कार्रवाई करेंगे।

सोशल मीडिया पर पुलिस के प्रति गुस्सा

छात्रा की मौत के बाद से सोशल मीडिया पर पुलिस प्रशासन के प्रति काफी आक्रोश पनप रहा है। लोगों का कहना है कि जब प्रतिबंध है तो फिर महाकाल व खारा कुआं थाना पुलिस ने चाइना डोर बेचने वालों पर प्रभावी कार्रवाई समय रहते क्यों नहीं की। वही कुछ लोगों का तर्क है कि जब लोग खुद खरीदने जाएंगे तो दुकानदार तो बेचेगा ही। ऐसे में अच्छा तो यह है कि अगले मकर संक्रांति से पहले सभी को यह ठान लेना चाहिए कि कोई भी चाइना डोर से पतंगबाजी नहीं करेगा। क्योंकि हमारा मामूली शौक ही किसी की जान पर बनाए तो ऐसे पर्व का कोई औचित्य नहीं।