October 16, 2025

602 करोड़ों के खर्चे से संवारा जा रहा विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग श्री महाकालेश्वर का आंगन, करीब 20 हेक्टेयर में फैल जाएगा महाकाल का आंगन

उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल के आंगन शिव की 108 मुद्राएं और अनोखा लेजर शो शिव भक्तों को आकर्षित करेगा। स्मार्ट सिटी के तहत मंदिर परिसर विस्तारीकरण व आधुनिक सुविधाओं का विस्तार कार्य अंतिम चरणों में है।

जिसमे 1700 वाहनों की पार्किंग के साथ अत्याधुनिक कंट्रोल रूम भी बनेगा फेस रीडर कैमरा से संदिग्धों पर निगरानी रखी जाएगी। विस्तार परिसर में फूड जोन से लेकर शॉपिंग कांपलेक्स सुविधा सब उपलब्ध रहेगा। प्रवेश के लिए लाल पत्थर का भव्य प्रवेश द्वार निर्मित हुआ है। वही महाराजवाडा बिल्डिंग को हेरिटेज होटल के रूप में तब्दील किया जाएगा। शुक्रवार को कलेक्टर आशीष सिंह और पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र शुक्ल, निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता ने मीडिया कर्मियों को मंदिर परिसर में चल रहे निर्माण कार्यों का अवलोकन करवाया। साथ ही आगामी विकास की प्लानिंग बताते हुए पत्रकारों के सुझाव भी लिए।

70 फीसदी कार्य हुआ, महाशिवरात्रि से पहले होगा पूर्ण

श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर में चल रहे 602 करोड़ के कार्य अब धरातल पर नजर आने लगे हैं। 70% से ज्यादा कार्य पूर्ण हो गए हैं। शेष कार्य महाशिवरात्रि तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। वहीँ मार्च 2023 तक मंदिर का स्वरूप और भव्य रुप से नजर आएगा। मंदिर के सामने के 11 भवनों के अधिग्रहण की प्रक्रिया हो चुकी है और अगले अगले चरण में 70 मीटर दायरे में आने वाले भवनों का अधिग्रहण कर वहां भी श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा। ताकि श्रद्धालुओं को कम समय में दर्शन हो सके और देशभर से आने वाले श्रद्धालु उज्जैन में ही रुक कर शहर के पर्यटन को बढ़ावा दें।

प्रोजेक्ट में ये होंगे खास काम

पुराने उर्दू स्कूल की भूमि पर 250 वाहनों की पार्किंग और स्टेप गार्डन।

इसी के समीप महाकाल थाने का नवीन भवन निर्मित हो रहा है।

विस्तार परिसर में फूड जोन सहित भक्ति भंडार की 400 के करीब दुकानें रहेंगी।

जो श्रद्धालु ज्यादा पैदल नहीं चलना चाहते हैं उनके लिए एक अलग द्वार और इस द्वार से ई टिकट लेकर ई रिक्शा में मंदिर तक जाने की व्यवस्था रहेगी।

वर्तमान में महाकाल मंदिर परिसर दो से ढाई हेक्टेयर में फैला हुआ है। जबकि विस्तारीकरण के बाद 20 हेक्टेयर में फैल जाएगा।

प्रतिदिन आने वाले स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के नजदीक से प्रवेश की व्यवस्था रहेगी, जबकि बाहरी भक्तों के लिए अलग से विजिटर सेंटर बनाए जा रहे हैं। जहां उन्हें पूरे परिसर में घूमकर अद्भुत आनंद की अनुभूति होगी।

मंदिर मुख्य द्वार के अवंती माता मंदिर के पास की सीढ़ियों को हटाकर रैंप बनाया जा रहा है। यहाँ श्रद्धालुओं के लिए 6000 जूते चप्पल एक साथ रखने के लिए जूता स्टैंड बनेगा।

मन्नत गार्डन के पास खाली करवाई के शासकीय जमीन पर 1000 वाहन तो त्रिवेणी संग्रहालय के पास बनाए जा रहे हैं पार्किंग में 450 वाहनों की पार्किंग हो सकेगी।

हरीफाटक ब्रिज की सभी शाखाओं का विस्तार कर इन्हें 6 मीटर चौड़ा किया जा रहा है।

रुद्रसागर के पानी को साफ रखने शिप्रा नदी से पानी लिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए पंपिंग स्टेशन बनेंगे।