April 13, 2025

प्रथम चरण के रूप में 18 सितंबर को होगा प्रतिमा का अनावरण, 36 हेक्टर में आकार लगा एकात्म धाम एवं अद्वैत वन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आना भी प्रस्तावित

पूरा बनने के बाद ऐसा नजर आएगा अद्वैत लोक

इंदौर /उज्जैन। सनातन धर्म के पुनरुद्धारक, भारत देश की सांस्कृतिक एकता के देवदूत व अद्वैत वेदांत दर्शन के प्रखर प्रवक्ता ‘आचार्य शंकर’ के जीवन और दर्शन के लोक व्यापीकरण के उद्देश्य से प्रदेश सरकार द्वारा ओंकारेश्वर को अद्वैत वेदांत के वैश्विक केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है।
इस भव्य और दिव्य ‘एकात्म धाम’ के अंतर्गत आचार्य शंकर की 108 फीट ऊंची ‘एकात्मता की प्रतिमा’, ‘अद्वैत लोक’ नाम का एक संग्रहालय तथा आचार्य शंकर अंतर्राष्ट्रीय अद्वैत वेदान्त संस्थान की स्थापना की जा रही है। इस प्रकल्प के प्रथम ऐतिहासिक चरण के रूप में 18 सितंबर को एकात्मता की प्रतिमा का अनावरण होने वाला है। यह 108 फीट ऊंची बहुधातु की प्रतिमा है जिसमें आदि शंकराचार्य जी बाल स्वरूप में है। प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आना भी प्रस्तावित है। प्रदेश में महाकाल लोग के बाद यह दूसरी बड़ी सौगात है। धाम का कुल प्रोजेक्ट 2100 करोड रुपए का बताया जा रहा है।

आचार्य शंकर की ज्ञान एवं गुरु भूमि ओंकारेश्वर
ओंकारेश्वर आचार्य शंकर की ज्ञान भूमि और गुरु भूमि है। यहीं उनको अपने गुरु गोविंद भगवत्पाद मिले और यहीं 4 वर्ष रहकर उन्होंने विद्या अध्ययन किया। 12 वर्ष की आयु में ओंकारेश्वर से ही अखंड भारत में वेदांत के लोक व्यापीकरण के लिए प्रस्थान किया। इसलिए ओम्कारेश्वर के मान्धाता पर्वत पर 12 वर्ष के आचार्य शंकर की प्रतिमा की स्थापना की जा रही है। इस प्रतिमा का निर्माण एलएनटी कंपनी द्वारा किया जा रहा है। यह मूर्ति सोलापुर महाराष्ट्र के प्रसिद्ध मूर्तिकार भगवान रामपुरा द्वारा उकेरी गई है। मूर्ति हेतु बाल शंकर का चित्र मुंबई के विख्यात चित्रकार श्री वासुदेव कामत द्वारा वर्ष 2018 में बनाया गया था। मूर्ति निर्माण हेतु वर्ष 2017-18 में संपूर्ण मध्यप्रदेश में एकात्म यात्रा निकाली गई थी, जिसके माध्यम से 27 हजार ग्राम पंचायतों से मूर्ति निर्माण हेतु धातु संग्रहण तथा जनजागरण का अभियान चलाया गया था।

अगले चरण में लेजर लाइट वॉटर साउंड शो
प्रोजेक्ट के अगले चरण में शंकर संग्रहालय के अंतर्गत आचार्य शंकर के जीवन दर्शन व सनातन धर्म पर विभिन्न वीथिकाएँ, दीर्घाएँ, लेजर लाइट वॉटर साउंड शो, आचार्य शंकर के जीवन पर फिल्म, सृष्टि नाम का अद्वैत व्याख्या केंद्र, एक अद्वैत नर्मदा विहार, अन्नक्षेत्र, शंकर कलाग्राम आदि प्रमुख आकर्षण रहेंगे। आचार्य शंकर अंतर्राष्ट्रीय अद्वैत वेदान्त संस्थान के अंतर्गत दर्शन, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान तथा कला पर केंद्रित चार शोध केंद्रों के अलावा ग्रंथालय, विस्तार केंद्र तथा एक पारंपरिक गुरुकुल भी होगा।
संपूर्ण निर्माण पारंपरिक भारतीय मंदिर स्थापत्य शैली में किया जा रहा है। यह प्रकल्प पर्यावरण अनुकूल होगा। अद्वैत लोक के साथ ही 36 हेक्टेयर में अद्वैत वन नाम का एक सघन वन विकसित किया जा रहा है।

सरकार ने भेजें आमंत्रण, देश भर से जाएंगे साधु संत

प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम के लिए प्रदेश सरकार ने देश भर के प्रमुख साधु संत, महामंडलेश्वर एवं सनातन धर्म की अगुवाई करने वाले प्रमुख लोगों को आमंत्रण पत्र भेजे हैं। 18 सितंबर को ओंकारेश्वर में देशभर के प्रमुख 13 अखाड़ों सहित सैकड़ो साधु संत जुटेंगे। आरएसएस से जुड़े कई बड़े पदाधिकारी भी कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।