खाते में नगद जमा व आहरण करने की बैंक की मनमानी सीमा, उसके बाद प्रति एक लाख पर ₹568 का शुल्क, जबकि सरकारी बैंकों में नहीं ऐसा कोई नियम

उज्जैन। यदि आपका भी एचडीएफसी बैंक कि किसी ब्रांच में खाता है तो यह खबर आपके लिए बेहद अहम है। अपना ही पैसा और अपना ही बचत खाता इसमें भी दो लाख से अधिक नगद जमा करने पर शेड्यूल फीस के नाम पर बैंक का मनमाना शुल्क। हम बात कर रहे हैं बैंक की इस खुली लूट पर। जो हजारों खाता धारकों से हर दिन की जा रही है। यही नहीं बचत खाते से तय सीमा से अधिक की नकद राशि आहरित करने पर भी यही शुल्क देना पड़ता है। जब कोई बैंक स्टाफ से पूछे तो वह इसे मुख्यालय से नियमावली बताकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं।

निजी बैंकों की शुल्क के नाम पर मनमानी वैसे तो आम है। लेकिन एचडीएफसी बैंक ने तो हद कर दी। जितने भी बचत खाते हैं उन खाताधारकों से यहाँ खुली लूट मची हुई है। खाते में नगद जमा करने की सीमा प्रति माह मात्र ₹200000 तय है। इससे अधिक राशि जमा करने पर प्रति हजार ₹5 का शुल्क लगता है। आश्चर्य की बात तो यह है कि आरबीआई या अन्य किसी शासकीय वित्तीय संस्था ने ऐसा कोई नियम नहीं बनाया है। यह तो बैंक ने खुद अपने हिसाब से नियम बना लिए और थोप दिए।
बचत पर ब्याज नाममात्र का, शुल्क भारी-भरकम
बैंकों में बचत पर ब्याज तो नाममात्र का दिया जाता है लेकिन सुविधाओं व नियमों की आड़ में शुल्क भारी भरकम होते हैं। इसी की बानगी है नगद जमा व आहरण की मनमानी सीमा। कहीं खाताधारक नियमों से अनभिज्ञ होते हैं और बैंक सीधे उनके खातों से इस तरह के शुल्क काट लेती है। जबकि आरबीआई व अन्य वित्तीय नियंत्रक संस्थाओं को बैंकों के इस तरह मनमाने नियमों पर अंकुश लगाना चाहिए।
खाताधारक ऐसे समझे मनमाने शुल्क का गणित
– बैंक में बचत खातों में 1 माह में ₹200000 तक ही नगद जमा करने की सीमा रख दी है।
– इससे ज्यादा नकद जमा करने पर प्रति लाख ₹500 व उस पर सर्विस टैक्स ₹68 देय है।
– यानी सीमा से अधिक राशि जमा होने पर बैंक खाते से उतना शुल्क काट लेगी।
– इस नियम को ब्रांच में स्पष्ट तौर पर कहीं भी नहीं लिखा गया।
– यही नहीं बचत खाते से 1 लाख से अधिक राशि आहरित करने पर भी इसी तरह शुल्क लिया जाता है।
– यानी आपकी ही बचत का पैसा और नगद जमा व आहरण पर बैंक का मनमाना चार्ज।
– बैंक से किए चार नगद आहरण के बाद 5वें ट्रांजैक्शन पर अभी ₹150 प्रति ट्रांजैक्शन चार्ज नियत है।
सरकारी बैंकों में नहीं ऐसा कोई नियम
एचडीएफसी बैंक की इस खुली लूट के बाद जब *पब्लिक न्यूज़ 24* ने अन्य सरकारी बैंकों की ओर रुख किया तो मालूम पड़ा कि वह ऐसा कोई नियम नहीं है। यूको बैंक, यूनियन बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया सहित अन्य कई प्रतिष्ठित बैंकों में बचत खाता धारकों से इस तरह का कोई शुल्क नहीं वसूला जाता। बस 50,000 से अधिक की रकम जमा करने पर खाता धारक का पैन कार्ड होना अनिवार्य है। जब इस संबंध में एचडीएफसी बैंक के स्थानीय प्रबंधक श्री यादव से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि हर बैंक के अपने नियम होते हैं। किसी के यहां चार्ज नहीं होगा लेकिन हमारे तो रूल में है। नियम मुख्यालय से बनते हैं हम तो नियमों से बंधे हैं।
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