April 15, 2025

सीएम ने की समीक्षा: परियोजना के प्रथम चरण पूर्णता की ओर,प्रधानमंत्री श्री मोदी को लोकार्पण के लिए करेंगे आग्रह, केंद्र व मध्य प्रदेश सरकार का समन्वित प्रयास, महाशिवरात्रि पर जगमगाएगा उज्जैन

उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में उपस्थित सीएम व अन्य अधिकारी।

भोपाल/उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकाल मंदिर परिसर जल्द ही अति आकर्षक स्वरूप ग्रहण करने जा रहा है। विस्तारीकरण योजना के सभी चरण पूरा होने के बाद यह क्षेत्र भव्यता दिव्यता की अनुभूति देशभर से आने वाले भक्तों को कराएगा। जल्द ही यहाँ आकर्षक लाइटिंग एवं साउंड सिस्टम स्थापित होने से महाकाल परिसर बिल्कुल नए रूप में दिखेगा। महाकाल मंदिर परिसर विस्तार योजना के प्रथम चरण के कार्य 90 प्रतिशत पूर्ण हो गये हैं। कुल 714 करोड़ रूपये की इस महती परियोजना में मध्यप्रदेश सरकार ने 421 करोड़ रूपये तो केंद्र सरकार ने 271 करोड़ रुपये मंजूर किये है। वही मंदिर प्रबंध समिति इन कार्यो में 21 करोड़ की राशि खर्च कर रही है।

शुक्रवार को यह जानकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंत्रालय में हुई उच्चस्तरीय बैठक में दी गई। बैठक में मुख्यमंत्री ने उज्जैन में प्रचलित निर्माण कार्यों और सौंदर्यीकरण योजनाओं की समीक्षा की। जिसमे मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव नगरीय विकास मनीष सिंह, प्रमुख सचिव जनसम्पर्क राघवेंद्र कुमार सिंह और अन्य आला अधिकारी उपस्थित रहे।

प्रधानमंत्री श्री मोदी से करेंगे लोकार्पण का अनुरोध

मुख्यमंत्री चौहान ने कहाँ की श्री महाकाल मंदिर परिसर विस्तार योजना के कार्यों को आगामी 3 माह में व्यवस्थित रूप से पूर्ण कर लिया जाए। इन कार्यों के पूर्ण होने पर लोकार्पण की तिथि तय होगी। इसके लिए मुख्यमंत्री दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित करेंगे। उन्होंने बैठक में निर्देश दिए कि महाकाल मंदिर के अलावा उज्जैन के अन्य मंदिरों और दर्शनीय स्थानों का इस तरह विकास हो और अन्य गतिविधियां भी संचालित हों जिससे श्रद्धालु और पर्यटक एक दो दिन रुकना चाहें। श्रद्धालु यहां की यात्रा के बाद पूर्ण आनंद और संतोष का भाव लेकर जाएं।

महाशिवरात्रि पर उज्जैन जगमगाए, कोटि तीर्थ शुद्ध जल से भरा रहे

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आगामी महाशिवरात्रि 1 मार्च को उज्जैन में घर-घर में दीप जलाए जाएं । इसमें व्यापक जनभागीदारी हो। साथ ही मंदिर का कोटि तीर्थ शुद्ध जल से भरा रहे और यह क्षेत्र भव्यता और दिव्यता के अनुभव करवाए। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि क्षिप्रा में जल का प्रवाह बना रहे। देश में अक्षरधाम जैसे स्थानों की तरह बल्कि उससे भी श्रेष्ठ जनाकर्षण उज्जैन के स्थानों पर रहे, इसके प्रयास हों। सिंहस्थ के लिए भी स्थायी महत्व के कार्य किए जायें। जो कार्य शेष हैं उन्हें व्यवस्थित रूप से पूर्ण किया जाए। परियोजना का द्वितीय चरण जून 2023 तक पूर्ण हो जाएगा। वही प्रथम चरण के कार्य अगले तीन माह में पूर्ण होंगे। यह कार्य आने वाले सिंहस्थ- 2028 की दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण होंगे। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि उज्जैन में इस तरह कार्य हों कि संपूर्ण क्षेत्र आकर्षक लगे। यहां आवश्यकतानुसार वृक्षारोपण कार्य भी किया जाए। नगर के सौंदर्य में वृद्धि के लिए आवश्यक कार्यों को शीघ्र पूर्ण किया जाए। देश के प्रमुख अन्य तीर्थ स्थानों की तरह यहां जन आकर्षण बढ़ाया जाए। संपूर्ण क्षेत्र भगवान शिव की महिमा का दर्शन करवाने वाला हो।

उज्जैन का मनाएं जन्म दिवस

मुख्यमंत्री ने उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह को निर्देश दिए कि जिस तरह व्यक्ति के जन्मदिन पर विशेष कार्यक्रम होते हैं। उज्जैन में भी नगर के जन्मदिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों की रूपरेखा बनाएं। यह जन्मदिन कार्यक्रम व्यापक जनभागीदारी का हो। प्रदेश के अन्य नगरों, ग्रामों के जन्मदिवस के आयोजन भी किए जाएं ,ऐसे निर्देश दिए गए हैं। यह अवसर नगर और ग्राम के विकास पर चर्चा और सुनियोजित प्रयासों को लागू करने का संकल्प दिवस भी होगा। जन्म दिवस पर नगर और ग्राम विकास की ठोस रूप रेखा भी तैयार की जाए।

मुख्यमंत्री चौहान ने बैठक में ये दि प्रमुख निर्देश

• सिंहस्थ की दृष्टि से आवश्यक कार्य हों। सभी कार्य गुणवत्ता पूर्ण हों।
• उज्जैन में बाबा महाकाल मंदिर के साथ ही अन्य कई स्थान हैं जिनका पर्याप्त विकास एवं प्रचार-प्रसार किया जाये, ताकि उज्जैन आने वाले पयर्टक यहां कुछ समय व्यतीत करें।
• रूद्र सागर में शुद्ध पानी हमेशा बना रहे यह सुनिश्चित हो।
• पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए आवश्यक सुविधाएं निरंतर बढ़ाई जाएं ।
• प्रतीक्षालय और पार्किंग स्थल सुविधाजनक हों।
• हैरिटेज धर्मशाला का कार्य भी गुणवत्ता पूर्ण हो।
• पैदल पुल एवं अन्य कार्यों को समय पर पूरा करें ।
• लाइट एंड साउंड शो आकर्षक हों । स्थानीय लोग भी इन्हें देखें।
• महाकाल मंदिर के साथ ही सांदीपनि आश्रम ,काल भैरव और अन्य मंदिरों पर आवश्यक सुविधाएं हों।
• रामघाट के सौंदर्यीकरण के कार्य पूर्ण किए किए जाएं।